नई दिल्ली। दुनिया की बड़ी हेल्थ केयर प्रॉडक्ट बनाने वाली कंपनी में शामिल जॉनसन एंड जॉनसन सेटलमेंट के लिए तैयार है। कंपनी ने 42 अमेरिकी राज्यों और वाशिंगटन, डीसी द्वारा एक जांच के बाद मामले का निपटा करने के लिए 700 मिलियन के समझौते पर रजामंदी जाहिर की है। यह जांच बेबी पाउडर और अन्य टेल्कम-आधारित उत्पादों में कैंसर पैदा करने वाले तत्वों के मौजूद रहने के बारे में थी।
एक रिपोर्ट के मुताबिक यह समझौता उन आरोपों को भी साबित करता है कि जॉनसन एंड जॉनसन ने अपने टेल्कम प्रोडक्ट्स की सुरक्षा के संबंध में ग्राहकों को गुमराह किया। कंपनी ने इस प्रोडक्ट की बिक्री बंद दी है लेकिन बिक्री रोकने से पहले ये उत्पाद एक सदी से भी ज्यादा वक्त से बेचे जा रहे थे। हालांकि जॉनसन एंड जॉनसन ने राज्यों के साथ इस समझौते के तहत किसी भी गलत काम को स्वीकार नहीं किया है। कंपनी का कहना है कि उसके टैल्क उत्पाद सुरक्षित हैं और इनसे कैंसर नहीं होता है। उन्होंने जनवरी में सैद्धांतिक रूप से समझौते की घोषणा की।
फ्लोरिडा अटॉर्नी जनरल एशले मूडी ने कहा कि उपभोक्ता उत्पाद सुरक्षा के लिए यह एक बड़ी प्रगति है। उल्लेखनीय है कि जॉनसन एंड जॉनसन अपने टैल्क उत्पादों से संबंधित बड़ी संख्या में मुकदमों से निपट रहा है। 31 मार्च तक करीब 61,490 व्यक्तियों ने कंपनी पर मामला दर्ज कराया है। इनमें से अधिकांश मामलों में डिम्बग्रंथि के कैंसर से पीड़ित महिलाएं शामिल हैं, जबकि कुछ वादी मेसोथेलियोमा से पीड़ित हैं, जो कि एस्बेस्टस के संपर्क में आने वाला कैंसर है। पिछले साल ही जॉनसन एंड जॉनसन ने इस पाउडर की प्राथमिक सामग्री के रूप में कॉर्न स्टार्च को चुनते हुए दुनिया भर में अपने टैल्क-आधारित बेबी पाउडर की बिक्री बंद कर दी थी। कंपनी का कहना है कि उसके उत्पाद एस्बेस्टस-मुक्त हैं।
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